कल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड को विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में 70 रनों से हराकर 12 सालों के बाद विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई। भारतीय टीम की जीत के हीरो रहे मोहम्मद शमी जिन्होंने 57 रन देकर सात विकेट हासिल किए। ये किसी भी भारतीय बॉलर द्वारा आईसीसी के नॉकआउट मुकाबले में सबसे अधिक विकेट हैं।
मैच पर नजर डालें तो भारत ने टॉस जीता और किया पहले बल्लेबाजी का फैसला।कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल की जोड़ी ने टीम इंडिया को शानदार शुरुआत दिलाई। कप्तान रोहित शर्मा ने एक बार फिर तेजतर्रार बल्लेबाजी कर मोमेंटम भारतीय टीम की तरफ शिफ्ट किया।
किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया जिसकी वजह से रोहित अपने अर्धशतक से चूक गए और केन विलियमसन को अपना कैच थमा बैठे। उसके बाद हरफनमौला विराट कोहली ने पारी को संभाला और शुभमन गिल के साथ मिलकर टीम इंडिया की पारी को आगे ले गए। शुभमन गिल शारीरिक रूप से कुछ तकलीफ में दिख रहे थे जिसके कारण उन्हें ग्राउंड से बाहर जाना पड़ा।
उनकी जगह पर बल्लेबाजी करने आए श्रेयस अय्यर ने विराट कोहली का बखूबी साथ निभाया और दोनों ही बल्लेबाजों ने संभलकर टीम इंडिया की पारी को आगे बढ़ाया इस दौरान विराट कोहली ने अपने वनडे करियर का 50 वां शतक जड़कर मास्टर ब्लास्टर सचिन रमेश तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ा।वहीं दूसरी ओर शानदार फार्म में चल रहे हैं श्रेयस अय्यर ने विश्व कप में अपना लगातार दूसरा शतक जड़कर दिखाया कि वह भी किसी से कम नहीं है।
अंतिम के ओवरों में केएल राहुल और श्रेयश अय्यर के धमाकेदार बल्लेबाजी के अंदाज़ ने भारतीय टीम को 397 जैसे विशाल स्कोर तक पहुंचा दिया। जिसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड टीम की शुरुआत भी शानदार रही। डेविड काॅन्वे और रचिन रविंद्र ने टीम को अच्छी शुरुआत दी।
यह सांझेदारी भारत के लिए घातक साबित होती उससे पहले ही मोहम्मद शमी ने डेविड कान्वे और उसके कुछ देर बाद रचिन रविंद्र को चलता किया। दो विकेट गिरने के बाद लगा की न्यूजीलैंड की पारी लड़खड़ा जाएगी पर कप्तान केन विलियमसन और डेरेल मिचेल ने आकर न्यूजीलैंड की पारी को न सिर्फ संभाला बल्कि न्यूजीलैंड के लिए जीत की एक उम्मीद भी जगा दी। जब ऐसा लगने लगा कि डेरेल मिशेल और केन विलियमसन भारतीय टीम के हाथों से जीत छीन लेंगे,उससे पहले ही मोहम्मद शमी ने लगातार दो गेंद पर पहले केन विलियमसन फिर उसके बाद टॉम लेथम को आउट करके भारतीय टीम को एक बार फिर वापसी दिला दी।
ग्लेन फ्लिप और डेरेल मिचेल के बीच 75 रनों की एक पार्टनरशिप जरूर हुई लेकिन टारगेट इतना बड़ा था कि न्यूजीलैंड की टीम उस टारगेट के आसपास तक भी नहीं पहुंच सकी। मिचेल ने अपनी टीम के लिए शानदार शतकीय पारी जरूर खेली पर वो टीम को जीत नहीं दिला सके।शानदार 7 विकेट लेकर भारत को फाइनल तक पहुँचाने वाले मोहम्मद शमी को उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवार्ड दिया गया।
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