भारत देश तकनीकों के मामले में बहुत तेज़ी से बढ़ रहा हैं। प्रतिदिन एक नई तकनीक के साथ एक नई सुबह होती हैं। हाल में ही एक चलता फिरता अस्पताल बनाया गया हैं। जिसका अनावरण गुरुग्राम में किया गया।जिसके बारे में कहा जा रहा हैं कि पूर्ण रूप से स्वदेशी द्वारा बनाया गया है। इस चलते – फिरते अस्पताल का नाम स्वदेश निर्मित आरोग्य मैत्री क्यूब हैं। इस उत्पाद को अमित चौधरी जो पैकर्स प्रोडक्ट्स के प्रबंधक निदेशक हैं, उन्होंने यह बयान दिया कि यह चलता – फिरता अस्पताल को एक आकार दिया गया।
जिससे आपातकालीन स्तिथि में जल्द ही घटनास्थल पर पहुँच जाएंगे और इसका उपयोग किसी भी आपातकालीन क्षेत्र जहाँ आग लग जाए, बाढ़ आ जाए, बादल का फट जाना, भूकंप और अंत में युद्ध होना इत्यादि जैसे जगहों पर फ़ौरन 15 मिनट के भीतर पहुँच कर वहाँ की स्तिथि नियंत्रण कर सकते हैं। इस अस्पताल के ज़रिए एक बार में 200 रोगियों का इलाज कर सकते हैं। जब भी आपदा आती हैं तो इस योजना के कारण एक सर्जिकल स्टेशन स्थापित किया ज सकता हैं।
एयर वाईस मार्शल तन्मय रॉय ने कहा कि ऐसी एजेंसी अभी तक सक्षम नहीं हैं। लेकिन हमने यह कदम उठाया और हम इस स्टेशन को चलाने से पहले लोगों को प्रशिक्षित करते हैं, ताकि वह अनियंत्रित स्तिथि को संभाल सके। इस योजना को आरम्भ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुरू किया। इस योजना के अंदर लोगों की कोशिशे आपातकालीन संकट में चिकित्सा प्रदान किया जाता हैं। इस अस्पताल में शल्य चिकित्सा से लेकर हर प्रकार की सुविधा दी जाती हैं। इस क्यूब को भीष्म प्रोजेक्ट भी कहा जाता हैं।