एकनाथ शिंदे की सरकार में विधानसभा चुनाव शुरू होने से पहले राजनीती में सरगर्मियां बढ़ गई हैं। वही इसी बीच शिवसेना में एंटीलिया बम कांड में आरोपी और विवादित पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा की पत्नी स्विकृति शर्मा के विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावनाएं जताई जा रही है। दरअसल स्विकृति शर्मा को एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल कर लिया गया हैं। माना जा रहा है कि वह मुंबई की ईस्ट अंधेरी सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ सकती हैं। इससे पहले उनके पति भी अविभाजित शिवसेना की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। इस दौरान खुद मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्षइस एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहें। स्विकृति शर्मा अपने पति द्वारा संचालित एनजीओ पीएस फाउंडेशन की उपाध्यक्ष हैं।
लंबे समय से शिंदे और शिवसेना से जुड़े रहे प्रदीप शर्मा
एंटीलिया मामले में गिरफ्तार प्रदीप शर्मा जमानत पर बाहर हैं। वह लंबे समय से शिंदे और शिवसेना से जुड़े रहे। शर्मा के समर्थकों ने बताया कि पीएस फाउंडेशन कई सालों से अंधेरी में काम कर रहा था और हाल ही में संसदीय चुनाव के दौरान सांसद रवींद्र वायकर के प्रचार में भी सक्रिय रूप से शामिल रहा।
स्विकृति शर्मा के पति प्रदीप शर्मा भी चुनाव लड़ चुके है
2014 में शर्मा के एनजीओ पीएस फाउंडेशन ने अंधेरी में कई पोस्टर लगाए गए, जब उन्होंने अंधेरी ईस्ट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का फैसला किया । उन्होंने पार्टी टिकट के लिए तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई । लेकिन भाजपा, शिवसेना और आरपीआई (ए) ने मिलकर चुनाव लड़ा और सीट शिवसेना के खाते में चली गई। शर्मा ने आखिरी समय तक अंधेरी ईस्ट से शिवसेना का टिकट पाने की कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे। उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव नामांकन दाखिल करते हुए अपनी संपत्ति 39 करोड़ रुपये बताई थी और अंतिम समय में नामांकन वापस ले लिया गया।
जुलाई 2019 में, शर्मा ने राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने के लिए, अपनी निर्धारित सेवानिवृत्ति से एक साल पहले, पुलिस बल से इस्तीफा दे दिया। शिवसेना ने उन्हें अंधेरी निर्वाचन क्षेत्र से टिकट देने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्हें नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र से पार्टी से चुनाव लड़ने का मौका दिया, लेकिन वे हार गए।
एकनाथ शिंदे ने अपने भाषण के दौरान क्या कहा
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने शिवसेना यूबीटी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आने वाले वर्ष में मुंबई की सड़कें पूरी तरह गड्ढा मुक्त और कंक्रीटयुक्त हो जाएंगी, जो काम 15 साल पहले ही हो जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, “आप जानते हैं कि वे ऐसा क्यों नहीं कर रहे थे और एक ही सड़क की बार-बार मरम्मत क्यों कर रहे थे। इन सभी वर्षों में उन्होंने मरम्मत कार्य पर जितना खर्च किया, वह बहुत पहले पूरे शहर की सड़क को कंक्रीट से पक्का करने के लिए पर्याप्त था। मैं चौबीसों घंटे सीएम हूं, मैं फेसबुक लाइव नहीं करता, लेकिन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आपके बीच आता हूं।”